जर्मन ऑटोमेकर कंपनी डाइमलर एजी (Daimler AG) को अमेरिका में प्रदूषण कानून उल्लंघन मामले में 2.2 बिलियन डॉलर (16.13 हजार करोड़ रु.) का जुर्माना लगा है। दरअसल कंपनी ने करीब 2.50 लाख अमेरिकी डीजल कार और वैन में प्रतिबंधित सॉफ्टवेयर लगाया था। इस सॉफ्टवेयर के जरिए तय उत्सर्जन सीमा से अधिक प्रदूषण उत्सर्जन करने में मदद मिलती है, जो अमेरिकी क्लीन एयर एक्ट के खिलाफ है। डाइलमर से पहले वोक्सवैगन और फिएट जैसी कंपनियों पर भी प्रदूषण कानून तोड़ने पर जुर्माना लगा था।

कंपनी ने जुर्माने के भुगतान पर जताई सहमति

लग्जरी कार निर्माता कंपनी मर्सिडीज-बेंज यूएस एलएलसी (Mercedes-Benz USA LLC) यूनिट ने 13 अगस्त को बताया कि कंपनी यूएस अथॉरिटी को सेटलमेंट के जरिए 1.5 बिलियन डॉलर (11 हजार करोड़ रु.) की रकम जुर्माने के तौर पर अदा करेगी। इसके अलावा कंपनी 2.50 लाख वाहनों को ठीक करवाने के लिए कार मालिकों को कुल 700 मिलियन डॉलर ( 5.13 हजार करोड़ रु.) की रकम देने पर भी सहमति जताई है।

इसमें प्रत्येक वाहनों की मरम्मत के लिए डाइलमर करीब 3,290 डॉलर (2.41 लाख रु.) देगी। कंपनी ने वाहन मालिकों के वकीलों के लिए फीस और खर्चों का भुगतान नहीं करने की बात कही है। यह खर्च करीब 83.4 मिलियन डॉलर (612 करोड़ रु.) है। इस पर डिप्टी अटॉर्नी जनरल जेफ रोजन ने कहा कि, भविष्य में अमेरिका के प्रदूषण कानूनों का उल्लंघन करने वाले किसी भी व्यक्ति या अन्य कंपनी को भारी जुर्माने और सजा के लिए तैयार रहना चाहिए।

प्रदूषण कानून तोड़ने पर लगा भारी जुर्माना

सेटलमेंट में क्लीन एयर एक्ट के तहत 875 मिलियन डॉलर (6.42 हजार करोड़ रु.) की सिविल पेनाल्टी लगाई गई है। इसके अलावा प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों को ठीक करने और अधिक उत्सर्जन के लिए कंपनी पर 546 मिलियन डॉलर (4 हजार करोड़ रु.) का जुर्माना लगा है। डाइलमर कंपनी कैलिफोर्निया राज्य को कुल 285.6 मिलियन डॉलर ( 2 हजार करोड़ रु.) प्रदूषण कानून का उल्लंघन करने के एवज में जमा करेगी।

वोक्सवैगन और फिएट ने भी तोड़ा था कानून

साल 2015 से ही अमेरिका में डीजल वाहनों पर प्रदूषण संबंधित नियमों की जांच शुरु हो गई थी। दरअसल सितंबर 2015 में कार निर्माता कंपनी वोक्सवैगन ने अमेरिका में 5.80 लाख वाहनों में सीक्रेट सॉफ्टवेयर लगाया था। जिससे वाहनों को तय उत्सर्जन सीमा से 40 गुना तक अधिक उत्सर्जन करने की छूट मिलती थी। इन दोनों कंपनियों के अलावा फिएट ऑटोमोबाइल पर भी प्रदूषण उल्लंघन मामले में 5.87 हजार करोड़ रुपए का जुर्माना लगा था।

इससे पहले सितंबर 2019 में डाइलमर कंपनी को जर्मनी में प्रदूषण कानून उल्लंघन मामले में जुर्माना भरना पड़ा था। जुर्माने की रकम करीब 870 मिलियन यूरो (7500 करोड़ रुपए) थी। रॉयटर्स के मुताबिक वोक्सवैगन और डाइलमर ने अमेरिका में पैसेंज डीजल वाहन की बिक्री को रोक दी है।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
इससे पहले सितंबर 2019 में डाइलमर कंपनी को जर्मनी में प्रदूषण कानून उल्लंघन मामले में जुर्माना भरना पड़ा था।


from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3hwgpbj
https://ift.tt/35BRBMx